आज मां के नौ रातों का आखिरी दिन हैं और नवमी की पूजा के बाद मां हमें अलविदा कह देंगी। आप में से कई लोगो को इस बारे में नहीं पता होगा कि दशमी के दिन मां की यात्रा निकाली जाती है और यात्रा के बाद उनका विसर्जन किया जाता है। लेकिन क्या आपको इस बात की जानकारी हैं कि माता दुर्गा जिस वाहन से जिस दिन धरती पर आती हैं, उससे सालभर होने वाली घटनाओं का अनुमान लगाया जाता है। आइए जानतें हैं कैसे?
दरअसल, मां दुर्गा का वाहन सिंह होता है, लेकिन यह तभी होता है जब वे युद्ध रत होती हैं। लेकिन इस बार मां का विसर्जन दशमी के दिन यानि बुधवार को हो रहा है और बुधवार या शुक्रवार को देवी हाथी पर जाती हैं। यह ज्यादा बारिश होने का संदेश देता है। इस बात से ये अनुमान लगाया जा सकता है कि अगले वर्ष देश में बारिश की स्थिति अच्छी रहेगी और किसानों को निराश नहीं होना पड़ेगा।
मां का आगमन भी वाहन से करती है और विसर्जन भी निश्चित वाहन से ही करती हैं। यानी जिस दिन नवरात्र का अंतिम दिन होता है, उसी के अनुसार मां का वाहन तय होता है। इसी के अनुसार मां जाने के दिन और वाहन का शुभ अशुभ फल होता है। रविवार या सोमवार के दिन मां भैंसे की सवारी से जाती हैं जिससे देश में रोग और शोक बढ़ता है। शनिवार या मंगलवार को मां मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं, जिससे दुख और कष्ट की वृद्धि होती है। बुधवार या शुक्रवार को देवी हाथी पर जाती हैं इससे बारिश ज्यादा होती है और गुरुवार को मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाती हैं इससे सुख और शांति की वृद्धि होती है।
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