India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Noida Airport: नोएडा में स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तैयार होने की प्रक्रिया में एक नई अवधि शुरू होने जा रही है। इसके अनुसार, 15 जून तक यह अड्डा यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के साथ जोड़ेगा। गतिविधियों के आधार पर, इस क्रम में 31 किमी लंबी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के काम का प्रारंभ नहीं किया गया है, जो हरियाणा सीमा में स्थित है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण सितंबर में पूरा हो गया था, और अक्तूबर में यात्रियों के लिए उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
हम आपको बता दें कि इसके लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम अभी हरियाणा की सीमा में शुरू नहीं हुआ है, लेकिन अड्डे के साथ यह संबंध स्थापित करने की तैयारी में कदम उठाए जा रहे है। यमुना एक्सप्रेसवे के साथ जुड़े जाने के साथ ही, अब नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शहरों की सीधी कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। इस नए जुड़ाव के जरिए, दिल्ली और आगरा जैसे महत्वपूर्ण शहरों से अब हवाई अड्डे तक यात्रा करना और अधिक सरल हो जाएगा।
नोएडा के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य अपने महत्वपूर्ण मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। निर्माणकर्ता कंपनी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे से इस अड्डे को जोड़ने वाले अंश का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बाकी का काम भी जल्द ही पूरा हो जाने की उम्मीद है। साथ ही, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से इस अड्डे की कनेक्टिविटी के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा तक 31 किमी का हिस्सा तैयार किया जाना है। हालांकि, हरियाणा में काम शुरू नहीं हो पाया है। यह अड्डा आगे भारतीय हवाई यातायात को एक और महत्वपूर्ण बाजार प्रदान करेगा, जो स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए सुविधाजनक होगा।
हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा के किनारे, किसानों से जमीन अधिग्रहण के बाद यमुना एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ने का काम तेजी से प्रगति कर रहा है। इस नई राहत के साथ, यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश की सीमा के ऊपर से गुजरेगा। इस परियोजना के हिस्से के रूप में, यहां इंटरचेंज भी बनाया जा रहा है, जो यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी को और भी सुगम बनाएगा। राज्य सरकार के तरफ से जारी बयान के अनुसार, यह परियोजना सितंबर 2024 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसका कुल लागत लगभग 2114 करोड़ रुपये है। यह सुनिश्चित करेगा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को एक प्रदक्षिणीय और तेज यातायात का लाभ मिले, जिससे संचार का स्तर और भी सुधारेगा।
जेवर के किसानों की मांग पर अटका है यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य, जिसमें उन्होंने इंट्री प्वाइंट और मोहना के कट की मांग किया है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि इस कार्य में किसानों की मांगों को लेकर कुछ अड़े हुए हैं। उनकी शिकायत के अलावा, यमुना पर पुल के निर्माण में हरियाणा से काम शुरू न होने की वजह से भी काम अटका हुआ है।
हम अप्पको बता दें कि सरकार ने लगभग 400 करोड़ रुपये का खर्च कर यमुना एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की शुरुआत की थी, जिसमें 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे के ऊपर बनने वाले ओवरब्रिज और इंटरचेंज पर पिलर लगाने का काम भी जारी है। जल्द ही काम पूरा किया जाएगा और इसके बाद दिल्ली और आगरा से कनेक्टिविटी शुरू की जाएगी।
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