India News, Wrestler Protest Bajrang Punia: गुरुवार देर शाम प्रदर्शनकारी पहलवानों के प्रति दिल्ली पुलिस के कठोर व्यवहार से हैरान, स्तब्ध और भावनात्मक रूप से परेशान विनेश फोगट ने कहा कि वे अपराधी नहीं हैं और इस तरह से उनका अपमान बर्दाश्त लायक नहीं हैं।
रात करीब 11 बजे जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों के बीच उस वक्त हाथापाई हो गई, जब वे अपने रात्रि विश्राम के लिए फोल्डिंग बेड ला रहे थे और ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी कथित रूप से इस बारे में पूछताछ करने लगे।
पहलवानों के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ बुरा बर्ताव करना शुरू कर दिया और महिला पहलवानों के साथ अभद्रता भी की।
देर रात मीडिया से बातचीत के दौरान रोती हुई विनेश फोगट ने कहा, “अगर आप हमें मारना चाहते हैं, तो हमें मार दें।”
भावुक होकर विनेश ने कहा, “क्या हमने यह दिन देखने के लिए देश के लिए पदक जीते? हमने अपना खाना भी नहीं खाया है। क्या हर पुरुष को महिलाओं को गाली देने का अधिकार है? इन पुलिसकर्मियों के पास बंदूकें हैं, वे हमें मार सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “कहां महिला पुलिस अधिकारी थीं? पुरुष अधिकारी हमें इस तरह कैसे धकेल सकते हैं। हम अपराधी नहीं हैं। हम इस तरह के व्यवहार के लायक नहीं हैं। नशे में धुत पुलिस अधिकारी ने मेरे भाई को मारा।”
बजरंग पुनिया ने किसानों व आम जनता से जंतर-मंतर पर पहुंचकर समर्थन करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, “मैं सभी से सुबह तक दिल्ली पहुंचने का अनुरोध करता हूं। यही समय है। अभी नहीं तो कब। यह हमारी बेटियों की गरिमा का सवाल है। बृजभूषण (डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष) जैसे लोग अपराधी होने के बावजूद खुले घूम रहे हैं और जिसके साथ उत्पीड़न हुआ है पुलिस उससे अभ्रदता से व्यवहार कर रही है।”
उल्लेखनीय है कि पहलवान 23 अप्रैल से धरने पर बैठे हैं और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है।
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