राजस्थान में तेजी से मंप्स वायरस फैल रहा है। इसे गलसुआ के नाम से भी जाना जाता है

इस वायरस के पंद्रह केस फरवरी में सामने आए थे। अब ये तेजी से फैल रहा है। 

चौंकाने वाली बात यह कि सरकारी अस्पतालों में इसका टीका ही नहीं है। 

खांसने-छींकने से फैलने वाली इस संक्रामक बीमारी के जितने मामले पूरे साल में आते थे, उतने अब रोजाना आ रहे हैं।

मामले सिर्फ राजस्थान में आ रहे हैं बल्कि पूरे देशभर मंप्स वायरस के मामले बढ़ें हैं। 

 पिछले दिनों केवल केरल में 11 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे।

ये एक संक्रामक बीमारी है, जो मंप्स नाम के वायरस की वजह से होता है

 मम्प्स वायरस  पैरोटाइटिस नामक बीमारी का कारण बनता है। इसमें सिरदर्द, बुखार और थकान होने लगती है।

लोगों को बुखार आने लगता है, सिरदर्द, थकान, भूख ना लग्न और फिर मसल्स में क्रैम्प्स पड़ने लगते हैं। 

कुछ मामलों में गंभीरता के कारण अधिक समय भी लग सकता है। ऐसे में वायरस के कारण बच्चों के ब्रेन, किडनी और हार्ट पर भी असर पड़ता है।

बच्चों को नौ महीने में पहला टीका लगाना चाहिए। 

बच्चों को मीजल्स, मंप्स और रूबेला (एमएमआर) का टीका लगाया जाता है।