सांपों के कान नहीं होते लेकिन उनके शरीर में कुछ भी सुनने की व्यवस्था भी होती है। इसके जरिए सांप किसी की आवाज भी सुन सकते हैं।
सांप केवल 200 से 300 Hz की ध्वनि ही सुन सकते हैं। सांप के शरीर में एक छोटी हड्डी होती है, जो जबड़े की हड्डी को आंतरिक कान नहर से जोड़ती है।
सांप अपनी त्वचा के माध्यम से ध्वनि को महसूस करते हैं और यह ध्वनि उनके कानों के माध्यम से उनके मस्तिष्क तक पहुंचती है।
सांपों के कान के पर्दे नहीं होते, लेकिन भीतरी कान की संरचना इंसानों के समान होती है।
सांप के शरीर में एक छोटी हड्डी होती है, जो जबड़े की हड्डी को आंतरिक कान नहर से जोड़ती है। सांप अपनी त्वचा के माध्यम से ध्वनि को महसूस करते हैं।
मनुष्य 20 से 20 हजार हर्ट्ज़ तक की ध्वनियाँ सुन सकते हैं, जबकि सांप केवल 200 से 300 हर्ट्ज़ तक की ध्वनि ही सुन सकते हैं।