घर खरीदना या किराये पर रहना, जानें है क्या बेहतर?

आमतौर पर भारत में हर मध्यमवर्गीय परिवार का सपना होता है कि उसका अपना घर हो।

लेकिन आजकल रियल एस्टेट की बढ़ती कीमतें और महंगाई के कारण लोगों की बचत कम हो गई है।

घर खरीदने का निर्णय व्यक्ति की वित्तीय स्थिति, उसकी जिम्मेदारियों पर निर्भर करता है।

अपना खुद का घर खरीदने से आपको स्थिरता मिलती है, लेकिन किराए का घर आपको लचीलापन देता है।

किराए के घर में रहने से आपको नौकरी बदलने में कोई परेशानी नहीं होती है।

अपना घर खरीदने के बाद आप ऐसे जोखिमों से बच जाते हैं, जो आपके करियर की ग्रोथ पर असर डालते हैं।

होम लोन तभी ले जब आप संपत्ति की कीमत का 50 फीसदी तक डाउन पेमेंट कर पाए।