चीन ने बनाया एक और जानलेवा वायरस, फिर मचेगी तबाही

चीन के वैज्ञानिकों ने इबोला वायरस के कुछ हिस्सों का उपयोग करके एक वायरस बनाया है।

उसने हैम्स्टर्स के एक समूह को एक घातक वायरस का इंजेक्शन लगाया और तीन दिन बाद ही उनकी मृत्यु हो गई।

उन्होंने अध्ययन में आगे बताया कि हैम्स्टर्स में "मानव इबोला रोगियों के समान गंभीर बीमारी देखी गई है।

इंजेक्शन के बाद, कुछ हैम्स्टर्स की आंखों की पुतलियों से स्राव होने लगा, जिससे उनकी दृष्टि ख़राब हो गई।

इबोला जैसे वायरस के लिए सुरक्षित सुविधाओं की आवश्यकता होती है जो सुरक्षा स्तर 4 (BSL-4) को पूरा करती हों।

इबोला वायरस व्यक्ति के रक्त, शरीर के तरल पदार्थ या स्राव (मल, मूत्र, लार, वीर्य) के संपर्क से फैलता है।

लेकिन तभी जब उनमें लक्षण दिखें। आपको बता दें, इबोला हवा से नहीं फैलता है।