हर भाभी देवर को पता होनी चाहिए ये 4 बातें

कलियुग के देवता कहे जाने वाले हनुमान अपने भक्तों के मन में विशेष स्थान रखते हैं।

हनुमान जी को राम भक्त के रूप में तो सभी पूजते हैं, माता सीता के प्रति उनका सम्मान बहुत था।

आज के रिश्तों के नजरिए से देखा जाए तो दोनों के बीच एक तरह से भाभी-देवर-भाभी का रिश्ता था।

रामायण में इनके संबंध में जो मर्यादा और पवित्रता का भाव महसूस होता है वह आजकल जा चुका है।

आजकल हर रिश्ते में दोस्ती का भाव ज्यादा देखने को मिलता है, जिसमें भाभी-देवर का रिश्ता भी शामिल है।

लेकिन इस रिश्ते में किसी भी हालत में सम्मान की भावना नहीं खोनी चाहिए।

हनुमान जी ने पहली ही मुलाकात में माता सीता से बात की थी, वह सम्मान की भावना को समझने में मददगार हो सकता है।