बचपन में झेला दुख, जानिए विनेश फोगट कैसे बनीं पहलवान
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विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है।
विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
विनेश फोगट ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, उनकी मां 32 साल की उम्र में विधवा हो गई थीं।
मैं 9 साल की थी जब पिता की मौत हो गई। समाज ने मां को खूब ताने भी दिए कि वह बच्चों की परवरिश कैसे करेंगी।
पिता की मृत्यु से पहले मेरी मां घर से बाहर भी नहीं निकलती थीं, उन्हें बाहरी दुनिया के बारे में कुछ भी नहीं पता था।
आगे विनेश कहती हैं कि जब मेरी मां कैंसर से पीड़ित थीं, तो उन्हें कीमोथेरेपी के लिए रोहतक जाना पड़ा।
हमने अपनी मां को संघर्ष करते देखा है, जिससे हमें बहुत हिम्मत मिलती है।
अगर एक अनपढ़ महिला अकेले पूरे समाज से लड़ सकती है और हमें पहलवान बना सकती है, तो हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते।