किन्नरों की शादी कैसे होती है?
किन्नरों की एक अद्वितीय परंपरा है जिसे कुछ ही लोग जानते हैं।
किन्नर अपने देवता, "इरावन", से केवल एक रात के लिए शादी करते हैं।
इरावन, अर्जुन और नाग कन्या उलूपी के पुत्र के रूप में महाभारत के एक महत्वपूर्ण पात्र है।
महाभारत युद्ध से पहले, पांडवो को माँ काली की आशीर्वाद प्राप्ति के लिए यज्ञ करना था।
उस यज्ञ में उन्हें किसी की बलि देनी थी।
इरावन अपनी बलि के लिए तैयार हुए मगर उनकी एक शर्त थी कि वह शादी करना चाहता था।
तब श्री कृष्ण ने मोहिनी के रूप में आकर इरावन के साथ विवाह किया।
कृष्णा ने इरावन के बलिदान को सम्मान देते हुए एक विधवा के रूप में शोक मनाया।
इस वजह से किन्नर इरावन को अपना भगवान मानते हैं।
इसी वजह से एक रात के लिए विवाह भी करते हैं।