स्मार्टफोन की लोकेशन व्हाट्सएप और गूगल मैप्स की मदद से ट्रैक कर सकते हैं। लेकिन हम आपको एक खास ट्रिक के बारे में बताने जा रहे हैं।

आप पुलिस या एजेंसी टेलीकॉम ऑपरेटर की मदद लेती है। कोर्ट के आदेश पर टेलीकॉम कंपनियां किसी यूजर की जानकारी पुलिस के साथ साझा करती हैं।

फोन की कॉलर आईडी से उसके रीजन का पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा ऑपरेटर के बारे में भी जानकारी मिल सकती है।

Truecaller से कई लोगों को अनजान नंबर पर कॉल करने वाले का नाम भी पता चल जाता है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से यूजर्स किसी फोन नंबर की लोकेशन का पता लगा सकते हैं।

आप सामान्य तरीके से लोकेशन सर्च करना चाहते हैं तो आपको पहले उसकी लोकेशन पूछनी होगी। इसके लिए वह व्हाट्सएप की मदद ले सकते हैं।

गूगल मैप्स में लोकेशन सर्च करने का फीचर भी है। इसकी मदद से आप किसी भी यूजर की लोकेशन पूछ सकते हैं।