महिला और पुरुषों के शरीर के ऊपर इस देश में बनाते थे पुल!
जापान में 16वीं शताब्दी तक जब भी कोई किला, पुल या बांध बनाया जाता था।
तो उसके नीचे इंसानों को जिंदा दफना दिया जाता था जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होता था।
इस प्रथा को जापान में हितोबाशिरा या दा शेंग झुआंग के नाम से जाना जाता था।
उन्हें लगता था कि वे कोई अशुभ काम करने जा रहे हैं।
इस कारण वे अपशकुन को कम करने के लिए लोगों की बलि चढ़ाते थे।
इस कारण वे अपशकुन को कम करने के लिए लोगों की बलि चढ़ाते थे।
इस तरह वे भगवान को प्रसन्न करते थे ताकि उन्हें भगवान का आशीर्वाद मिल सके।
इस प्रथा का प्रमाण क्लासिक जापानी इतिहास पर आधारित पुस्तक निहोन शोकी में पढ़ा जा सकता है।
ऐसा माना जाता है कि पुस्तक में बताई गई बातें लगभग 300 ईस्वी पूर्व की हैं।