भारत पर मंडरा रहा नया खतरा!, PM मोदी को लेनी पड़ी बैठक

देश में भीषण गर्मी के पूर्वानुमान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लू की स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया।

कई दिनों से लगातार लू का अलर्ट जारी किया जा रहा है। ऐसे में हम जानते हैं कि ये लू कितनी खतरनाक है।

मई-जून में गर्मी के सारे पुराने रिकॉर्ड टूट सकते हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में 'अल नीनो' की स्थिति बनी हुई है।

वहीं, प्रशांत महासागर की सतह औसत से अधिक गर्म है। इसके तापमान में वृद्धि के कारण यह अत्यधिक गर्म होने वाली है।

'अल नीनो' और जलवायु परिवर्तन के संयुक्त प्रभाव के कारण मार्च 2024 का महीना दुनिया में अब तक का सबसे गर्म मार्च था।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, दुनिया भर में मार्च महीने में औसत तापमान 14.14 डिग्री सेल्सियस था।

1991-2020 की बात करें तो मार्च में तापमान औसत से 0.73 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था।