2003 में लुआंडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक ऐसी घटना घटी जो इतिहास की पहली और आखिरी घटना होगी।
बेन सी पाडिला और जॉन एम मुतांतु नाम के दो लोगों ने हवाई अड्डे से खड़ी बोइंग 727 को चुरा लिया।
पाडिला एक अमेरिकी पायलट और फ्लाइट इंजीनियर थे, जबकि मुतांतु कांगो गणराज्य से नियुक्त एक मैकेनिक थे।
पाडिला और मुतांतु दोनों ही बोइंग 727 उड़ाने के लिए प्रमाणित नहीं थे। ऐसे में इस विमान को उड़ाने के लिए एक अतिरिक्त क्रू मेंबर की जरूरत थी।
दोनों एटीसी से अनुमति लिए बिना रनवे पर पहुंच गए। फिर अंधेरा होते ही वे निकल पड़े।
गायब होने से पहले वे अटलांटिक महासागर की ओर चले गए।
उस वक्त विमान में 53000 लीटर ईंधन था। वे लगभग 2400 किमी की यात्रा कर सकते थे।