इस श्राप के कारण नहीं हुआ था राधा-कृष्ण का विवाह
श्री कृष्ण सोचते हैं, 'प्रेम और भक्ति में श्रेष्ठ क्या है'।
लेकिन जब उन्हें कुछ समझ नहीं आता तो वे राधा को याद करते हैं।
राधा श्री कृष्ण के पास दौड़ती हैं लेकिन श्रीधामा उन्हें अंदर नहीं जाने देते।
श्रीधामा उन्हें श्री कृष्ण को भूलकर 100 वर्षों तक मृत्युलोक में रहने का श्राप दे देते हैं।
श्राप के बाद राधा को पृथ्वी लोक जाना पड़ता है।
लेकिन ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार राधा का विवाह यशोदा के भाई रयण गोप से हो जाता है।
राधा रिश्ते में कृष्ण की बुआ लगने लगी थीं, इसलिए उनका विवाह श्री कृष्ण से नहीं हो पाया।