दिन में सोने से उम्र हो जाती है कम ! चाणक्य ने बताया
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चाणक्य नीति में बताई गई सभी बातें हमारे जीवन को सही दिशा देने में उपयोगी हैं।
चाणक्य नीति में दो श्लोकों का सबसे ज्यादा महत्व हैं "न दिवा स्वप्नं कुर्यात्" और "आयु: क्षयी दिवा निद्रा"।
पहले श्लोक में चाणक्य ने कहा कि दिन में नहीं सोना चाहिए।
दिन में सोने से काम में हानि होती है और शरीर में अपच, पेट फूलना आदि समस्याएं होती हैं।
चाणक्य ने आगे कहा कि केवल बीमार लोगों और बच्चों को ही दिन में सोना चाहिए।
दूसरे श्लोक में चाणक्य ने कहा कि दिन में सोने से आयु कम होती है।
उन्होंने सरल भाषा में समझाया कि जब व्यक्ति सोता है तो उसकी सांसें तेज हो जाती हैं।
क्योंकि हर व्यक्ति की सांसें स्थिर होती हैं, इसीलिए दिन में सोना जीवन को नष्ट करने वाला होता है।