डायरेक्टर का चुड़ैल से हुआ था सामना,बाद में बना डाली फिल्म!
रामसे ब्रदर्स की फिल्म ‘वीराना’ 6 मई 1988 को रिलीज हुई थी, इस खौफनाक फिल्म की कहानी के साथ-साथ हीरोइन जैस्मीन की खूबसूरती की भी खूब चर्चा हुई थी
इस फिल्म को बनाने का आइडिया श्याम को तब आया जब उनका सामना सचमुच भूत से हुआ था, फिल्म के 34 बरस होने पर बताते हैं रोंगटे खड़े कर वाला खौफनाक किस्सा
दरअसल, ‘वीराना’ जैसी हॉरर फिल्म बनाने का आइडिया श्याम रामसे को तब आया जब एक बार महाबलेश्वर से लौट रहे थे
साल 1983 की बात है, श्याम रामसे महाबलेश्वर में ‘पुराना मंदिर’ फिल्म की शूटिंग कर रहे थे,फिल्म की शूटिंग खत्म हुई पूरा क्रू लौट आया लेकिन श्याम रामसे ने कुछ दिन वहीं रुकने का फैसला किया
कुछ दिन वहां आराम कर, खुद ही ड्राइव कर मुंबई के लिए निकल पड़े, रात का वक्त था, सुनसान रास्ते में उन्हें एक महिला दिखी और उनसे लिफ्ट मांगा
श्याम ने कार रोक दी और लिफ्ट देने के लिए तैयार हो गए,वह महिला कार में उनके साथ फ्रंट सीट पर आकर बैठ गई,श्याम ने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वह चुप रही
वह महिला खूबसूरत और कुछ अजीब लग रही थी, अचानक कार चलाते हुए श्याम की नजर उसके पैरों पर पड़ीं तो उनको झुरझुरी हो गई, क्योंकि उसके पैर पीछे की तरफ मुड़े हुए थे
घबराहट और दहशत में उन्होंने जोर से कार का ब्रेक लगाया,गाड़ी रुकते ही वह महिला उतर गई और अंधेरे में गायब हो गई
इस घटना के बाद खूबसूरत चुड़ैल के साथ हुए अपने रियल एक्सपीरियंस को दर्शकों के सामने पेश करने के लिए श्याम ने फिल्म बनाने की सोची और इस घटना के 5 साल बाद ‘वीराना’ बना डाली