शादी को लेकर जापान में ये कैसा कानून

अगर शादी के कानूनों में बदलाव नहीं होगा, तो एक दिन जपान में हर किसी का सरनेम एक ही होगा.

इस कानून के तहत जोड़ों को एक ही उपनाम रखने की इजाजत होती है

जापान शादीशुदा जोड़ों पर एक ही उपनाम चुनने के लिए दबाव डालना जारी रखा गया है

तो साल 2531 तक हर जापानी आदमी को “सातो-सान” कहा जाएगा.

जापान में अभी भी कानूनी तौर पर विवाहित जोड़ों को एक ही उपनाम रखने की इजाजत है.

यहां आमतौर पर पत्नियां अपने पति का नाम अपने उपमान के तौर पर लेती हैं 

जापान में समलैंगिक शादी को अभी भी लीगल नहीं किया गया है. इन नामों में सबसे ज्यादा रखा जाने वाला नाम ‘सातो-सान’ है.

सातो पहले से ही देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला उपनाम है, 

सातो पहले से ही देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला उपनाम है, 

जबकि उपनाम ‘सुजुकी’ दूसरे नंबर पर है. प्रोफेसर योशिदा ने कहा,  तो हमें हमारे पहले नाम या नंबर से बुलाना होगा.

उन्होंने कहा कि ऐसी दुनिया में रहना ठीक नहीं होगा, जहां लोग अपनी पहचान खो दे या एक जैसी करलें