बिट्रेन की एक ऑर्गेनाइजेशन ‘द डंकी सेंचुरी’ की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 59 लाख गधों का मारकर उसके खाल से जिलेटिन निकाला जाता है. जिलेटिन से बने दवा की मार्केट में काफी ज्यादा मांग है
गधों के खाल यानि स्किन से जिलेटिन जो निकालते हैं उसे एजियो कहा जाता है. चीन में जो पुरानी दवाइयां उसे बनाने में इस जिलेटिन का इस्तेमाल किया जाता है
एनर्जी और ताकत बढ़ाने वाली दवाओं में इस तरह के दवा का इस्तेमाल किया जाता है
इसके अलावा एनीमिया से लेकर स्किन केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स से जुड़ी चीजों में जिलेटिन का इस्तेमाल किया जाता है
सबसे हैरानी की बात यह है कि चीन में चाय से लेकर खाने वाली चीजों में एजियो का इस्तेमाल किया जाता है
एजियो गधे के खाल से निकाले गए कोलेजन से बनाया जाता है, जब इसे गधें के स्किन से निकाल लिया जाता है उसमें गोलियों के लिक्विड में मिलाया जाता है, फिर इसे दूसरी चीजों से प्रोड्यूस किया जाता है