जन्माष्टमी का व्रत क्यों रखते है? जानिए

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कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को बड़े धूमधाम से मनाई जाती है।

जन्माष्टमी 26 अगस्त को है। इस दिन सूर्योदय से लेकर देर रात तक व्रत रखने का विधान है।

कान्हा का जन्म रात 12 बजे होता है। जन्माष्टमी पर कान्हा की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 12.06 बजे से 12.51 बजे तक है।

जन्माष्टमी का व्रत करने से सात जन्मों के पाप धुल जाते हैं। व्यक्ति को सुखों की प्राप्ति होती है।

जिन लोगों को संतान नहीं होती उन्हें जन्माष्टमी का व्रत रखना चाहिए और कान्हा की पूजा जरूर करनी चाहिए।

रात 12 बजे खीरा काटा जाता है और श्री कृष्ण का जन्म कराया जाता है। माखन-मिश्री, फल और मिठाई का भोग लगाया जाता है।

इसके बाद ही व्रत तोड़ा जाता है। व्रत रखने से सभी दुख-दर्द दूर होते हैं और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।