आखिर क्यों कट्टर दुश्मन से मदद मांगने को मजबूर हुआ ईरान

ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकाप्टर क्रैश में मौत के बाद अमेरिका की तरफ से दावा किया जा रहा है कि ईरान ने हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद उनसे मदद मांगी थी।

बता दे, डोंपों देशों के बीच काफी समय से दुश्मनी चल रही थी, लेकिन दुःख के समय ईरान ने अपने दुश्मन को याद किया। 

इस हादसे के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री ने बयान दिया, कहा कि 

1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान का वाशिंगटन के साथ सभी राजनयिक संबंध खत्म हो गया था, लेकिन कोहरे के मौसम में उन्होंने अमेरिका से संपर्क किया। 

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दावा किया कि ईरानी सरकार ने हमसे मदद मांगी थी। 

आगे कहा कि हम जैसे दूसरे देशो की मदद करते है, वैसे ही ईरान की करने वाले थे, लेकिन तार्किक कारणों से हम मदद नहीं कर सके। 

दरअसल, ईरान के राष्ट्रपति जिस हेलिकॉप्टर में जा रहे थे, वो 40 साल पुराना और मेड इन अमेरिका था। 

ऐसे में जब घटना के बाद घंटों तक हेलिकॉप्टर का सुराग नहीं मिला तो ईरान ने मज़बूरी में अमेरिका से मदद मांगी होगी।