India News Delhi : (इंडिया न्यूज),Kanya Pujan Muhurt 2024: नवदुर्गा का नौवां और अंतिम रूप मां सिद्धिदात्री का है। नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा और कन्या पूजन के साथ चैत्र नवरात्रि का समापन होगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि की नवमी तिथि पर कन्याओं का पूजन कैसे करना चाहिए और कन्या पूजन का शुभ समय कब होगा।
पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल को दोपहर 12:10 बजे से शुरू होगी और 16 अप्रैल को दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी। जबकि नवमी तिथि 16 अप्रैल को दोपहर 1:24 बजे से शुरू होगी और 17 अप्रैल को दोपहर 3:25 बजे तक रहेगी। उदयातिथि की मान्यता के अनुसार अष्टमी तिथि का व्रत 16 अप्रैल को और नवमी तिथि का व्रत 17 अप्रैल को ही रखा जाएगा और इन तिथियों पर ही कन्या पूजन करना शुभ रहेगा।
पूजा की शुरुआत कन्याओं का स्वागत करके करें, इसके बाद उनके पैर धोकर उन्हें आसन पर बैठाएं।
नवमी के दिन स्नान करने के बाद भगवान गणेश और माता गौरी की पूजा करें।
इसके बाद कन्या पूजन के लिए 9 लड़कियों और एक लड़के को आमंत्रित करें.
सभी कन्याओं के पैरों को साफ पानी से धोकर साफ कपड़े से पोंछकर आसन पर बैठाएं।
इसके बाद कन्याओं के माथे पर कुमकुम और अक्षत का तिलक लगाएं।
फिर सभी कन्याओं के हाथों पर कलावा या मौली बांधें।
एक थाली में घी का दीपक जलाकर सभी कन्याओं की आरती उतारें
आरती करने के बाद कन्याओं को पूड़ी, चना, हलवा और नारियल खिलाएं.
कन्याओं के पैर अवश्य छूएं और उनसे आशीर्वाद लें।
कन्याओं को चुनरी, चूड़ियाँ और नए कपड़े जैसे उपहार दें।
नवरात्रि में कन्या पूजन करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है। कन्या पूजन से आपके घर में सुख-समृद्धि आती है और घर के कलह-क्लेश दूर होते हैं। माता के आशीर्वाद से आपकी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।
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