India News Delhi (इंडिया न्यूज़), AAP Protest: दिल्ली में आम आदनी पार्टी का जोरदार प्रर्दशन चल रहा है। केजरीवाल के गिरफ्तारी के खिलाफ आप नेताओं के बीच गर्मा-गर्मी देखने को मिल रही है। दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं का जंतर-मंतर पर अनशन शुरू हो गया है। आप नेताओं का आरोप है कि बीजेपी के इशारे पर ईडी ने सीएम और पार्टी के अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया है। आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि बीजेपी के लोग हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को कितना भी परेशान करने की कोशिश कर लें, हम उनसे डरने वाले नहीं हैं। इस युद्ध में तानाशाही हारेगी और लोकतंत्र जीतेगा।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि जब मैं जेल से बाहर आया तो मुझे पूरी जानकारी नहीं थी। बाद में पता चला कि उन्हें एक बड़ी साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया था। अरविंद केजरीवाल ईमानदार थे और रहेंगे। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री थे और रहेंगे। गहरी साजिश इसलिए कह रहा हूं क्योंकि दसवीं पास या होम गार्ड भी बता देगा कि मामला फर्जी है। दोनों जांच एजेंसियों के पास 456 गवाह और 50 हजार पन्ने हैं, लेकिन सिर्फ 4 गवाहों ने ही अरविंद केजरीवाल का नाम लिया।
दिल्ली सरकार की मंत्री और आम आदमी पार्टी नेता आतिशी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश में आक्रोश है। लोग उनके जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल से प्यार करती है। वह उन्हें न केवल मुख्यमंत्री बल्कि अपना भाई और बेटा भी मानते हैं।
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दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी लगातार जांच एजेंसी के इस कदम का विरोध कर रही है। आम आदमी पार्टी रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर सामूहिक उपवास रखकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इनमें आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद और दिल्ली सरकार के मंत्री भी शामिल हैं। आप शासित पंजाब में भी सामूहिक उपवास रखा जा रहा है।
गोपाल राय ने बताया कि भारत के 25 राज्यों में उपवास कार्यक्रम है। विदेशों में भी अनशन का आयोजन किया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि विदेशों में भी लोग अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में उपवास कर रहे हैं। अमेरिका में छह स्थानों, कनाडा में दो स्थानों, ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे, यूके, जर्मनी और आयरलैंड में उपवास कार्यक्रम हैं। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर समर्थक जुटेंगे और सामुदायिक उपवास के जरिए सीएम केजरीवाल को अपना समर्थन देंगे।
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