India News Delhi (इंडिया न्यूज), AIIMS Hospital Delhi: एम्स के डायरेक्टर ने इलाज के बदले रिश्वतखोरी के मामलों पर सख्त कदम उठाते हुए खुद ही कार्रवाई शुरू कर दी है। डायरेक्टर डॉ. एम श्रीनिवास ने भेष बदलकर मरीज बनकर इलाज के लिए एम्स पहुंचकर रिश्वत देकर कार्ड बनवाया। जैसे ही कार्ड बन गया, उन्होंने अपने असली रूप में आकर रिश्वतखोरी में शामिल सुरक्षा गार्ड के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया।
हम आपको बता दें कि एम्स, सफदरजंग, और आरएमएल अस्पतालों में इलाज को लेकर रिश्वतखोरी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, और दलाल भी इन अस्पतालों में सक्रिय रहते हैं। ऐसे में एम्स के डायरेक्टर की इस पहल की सराहना हर तरफ हो रही है।
पिछले हफ्ते AIIMS के डायरेक्टर डॉ. एम श्रीनिवास रूटीन राउंड पर निकले थे। इस बार वह डॉक्टर की ड्रेस में नहीं, बल्कि सामान्य कपड़ों में थे और मुंह पर मास्क लगाए हुए थे, जिससे उन्हें कोई पहचान नहीं पा रहा था। सूत्रों के अनुसार, जब वे एम्स परिसर के डेंटल बिल्डिंग पहुंचे, तो उन्होंने वहां तैनात एक सुरक्षा गार्ड से ओपीडी कार्ड बनाने की गुजारिश की। उन्होंने ओपीडी के बाहर भीड़ का हवाला देते हुए कार्ड बनाने के बदले में 500 रुपए देने की पेशकश भी की।
सिक्यूरिटी गार्ड अपने अस्पताल के डायरेक्टर को पहचान नहीं पाया और 500 रुपये लेकर OPD कार्ड बना कर दे दिया। जैसे ही डायरेक्टर को कार्ड मिला, उन्होंने पैसे दिए और अपना मास्क हटाया। इसके बाद उन्होंने तुरंत सिक्यूरिटी गार्ड के इंचार्ज को फोन किया और गार्ड के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। सूत्रों के अनुसार, इसके बाद सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी चली गई। एम्स के डायरेक्टर की इस पहल की अस्पताल के अंदर काफी सराहना हो रही है, लेकिन इससे स्टाफ में एक तरह की दहशत भी फैल गई है।
हम आपको बता दें कि जब मनसुख मांडविया स्वास्थ्य मंत्री बने थे, तो वह भी एक बार सफदरजंग अस्पताल पहुंचे थे। वहां के सिक्यूरिटी गार्ड ने उन्हें आम मरीज समझकर वहां से हटने के लिए कहा था और डंडा भी चला दिया था, जो बाद में खुद मंत्री ने स्वीकार किया था। इसके अलावा, इस अस्पताल में एक डॉक्टर मनीष को रिश्वतखोरी के आरोप में CBI ने गिरफ्तार किया था। साथ ही साथ हम आपको बता दें कि RML अस्पताल में भी CBI ने हाल ही में दो डॉक्टरों सहित कई अन्य स्टाफ को गिरफ्तार किया है।
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