India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Arvinder Singh Lovely: कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने रविवार, 28 अप्रैल को पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि लवली ने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि वह इस बात से आहत थे कि पार्टी “दिल्ली में पार्टी अपनी पुरानी प्रतिष्ठा” बहाल करने के लिए संघर्ष कर रही है।
दीक्षित ने कहा, “कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनना कांटों का ताज है। इसके बावजूद उन्होंने पिछले 6-8 महीनों में कड़ी मेहनत की और पार्टी को खड़ा किया… जब हमें दिल्ली लोकसभा चुनाव में 2 या 3 सीटें मिलती हैं तो ऐसा लगता है कि अगर हम कांग्रेस के सभी लोगों की सहमति से सीट का बंटवारा करते तो भविष्य में परिणाम बेहतर होता…”
कांग्रेस के साथ गठबंधन करने वाली आप ने लवली के अध्यक्ष पद से हटने को “आंतरिक मामला” बताया। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “कांग्रेस हमारी गठबंधन सहयोगी है और यह पार्टी का आंतरिक मामला है, इसलिए मेरा मानना है कि बेहतर होगा कि वे (कांग्रेस) इस बारे में बोलें।”
कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लवली को “देशभक्त” बताया और कहा, “कोई भी देश भक्त कांग्रेस में नहीं रहना चाहता, कांग्रेस सनातन के साथ-साथ राष्ट्र-विरोधी भी हो गई है।”
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने भी लवली के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष किया। पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस ने शिकायत की थी कि शराब घोटाले में आप शामिल है। लेकिन केवल राजनीतिक कारणों से वे एक साथ आए हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि मतदाता एक साथ आएंगे… आज कांग्रेस अपने नेताओं को बनाए रखने में असमर्थ है, क्योंकि उसके अपने नेता ही कांग्रेस को उसके पाखंड के लिए आईना दिखा रहे हैं।”
शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में लवली ने कहा कि वह दिल्ली पार्टी इकाई के अध्यक्ष के रूप में बने रहने में असमर्थ हैं।लवली ने पिछले साल अगस्त से कांग्रेस दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
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