India News Delhi(इंडिया न्यूज़), Delhi Hospital: दिल्ली के GTB अस्पताल के कमरा नंबर-46 में एक्स-रे की समस्या के बारे में चिंता बढ़ रही है। प्रतिदिन 600 से अधिक एक्स-रे होने के बावजूद, अस्पताल में बीते दो महीनों से एक्स-रे की फिल्म की कमी है। मरीजों को अब उनके स्मार्टफोन पर एक्स-रे की फोटो खींचकर रिपोर्ट दी जा रही है, जिससे स्मार्टफोन नहीं चलाने वाले मरीजों को अधिक परेशानी हो रही है। इससे न केवल मरीजों को, बल्कि चिकित्सकों को भी इलाज में दिक्कतें आ रही हैं। अस्पताल के मीडिया प्रवक्ता डॉ. रजत झाम्ब से पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
GTB अस्पताल में अव्यवस्था के बारे में चर्चाएं चल रही हैं, क्योंकि कमरा नंबर 46 में प्रतिदिन 600 से अधिक एक्स-रे होते हैं, लेकिन बीते दो महीनों से एक्स-रे की फिल्म की कमी है। इससे मरीजों और डॉक्टरों को समस्या हो रही है।
सुंदर नगरी से आई रेशमा के बेटे को कमरे के ऊपर से गिरने के बाद चोट आई थी। उन्होंने बेटे को GTB हॉस्पिटल में दिखाया। मगर हॉस्पिटल ने एक्स-रे की रिपोर्ट मोबाइल पर ही हे दी। इसी तरह अनाया के एक्स-रे की रिपोर्ट भी मोबाइल पर मिली।
कमरा 46 में एक महिला कर्मचारी ने बताया कि अस्पताल में कुछ महीनों से एक्स-रे की फिल्म नहीं आ रही है, जिसके कारण इमरजेंसी मरीजों को उनके फोन पर ही रिपोर्ट मिल रही है। अन्य मरीजों को रिपोर्ट लेने के लिए तीन दिन का समय दिया जा रहा है, लेकिन तीसरे दिन भी फिल्म नहीं दी जा रही है। बल्कि सिर्फ कागज पर रिपोर्ट लिखकर दी जा रही है।
डॉक्टरों को भी इलाज में आ रही है मुश्किलत, क्योंकि अस्पताल में एक्स-रे फिल्म की कमी से मरीजों की रिपोर्ट तक पहुंचाने में परेशानी हो रही है। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि जिन मरीजों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उन्हें अपनी रिपोर्ट तक पहुंचाने में दिक्कत होती है।
एक्स-रे की फिल्म में मरीज की बीमारी का आसानी से पता चलता है, लेकिन हाथ से लिखी रिपोर्ट सटीक नहीं होती है। हड्डियों के चिकित्सक ने बताया कि वह मरीज जो वार्ड में भर्ती हैं, उनकी रिपोर्ट तीमारदार के फोन में होती है। यदि तीमारदार कहीं अन्य काम से बाहर चला जाता है, तो चिकित्सक उनकी रिपोर्ट को देखने में असमर्थ रहते हैं।
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