Wednesday, July 3, 2024
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Delhi-NCR Weather Update: जान निकाल रही भीषड़ गर्मी! पारा 48 डिग्री के पार, अस्पतालों में बेड रिजर्व

India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi-NCR Weather Update: दिल्ली-NCR और लगभग आधे भारत में भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है। सोमवार को दिल्ली में तीन स्थानों पर तापमान 48 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया। फरीदाबाद में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 15 वर्षों में सबसे अधिक है। गुरुग्राम में सोमवार का दिन 13 वर्षों में सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। नोएडा का तापमान भी 47 डिग्री सेल्सियस रहा।

लू की गंभीर स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी 26 अस्पतालों में दो-दो बेड आरक्षित करने का निर्णय लिया है। एलएनजेपी अस्पताल में पांच बेड आरक्षित किए जाएंगे। हालांकि, 30 मई के बाद से गर्मी में कुछ राहत मिलने की संभावना है।

Delhi-NCR Weather Update: पारा पहुंचा 48 डिग्री के पार

सोमवार को दिल्ली के नजफगढ़, मुंगेशपुर और नरेला इलाकों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया।

3 दिन बाद राहत की उम्मीद

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के लोगों को 30 मई के बाद भीषण लू से राहत मिल सकती है। 30 मई से लू के कम होने की संभावना है, क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।

जून में फिर चलेगी लू

मौसम विभाग के अनुसार, जून में देश के जादातर राज्यों में लू का प्रकोप रहेगा। दिल्ली, पश्चिमी यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है और उमस भी बढ़ेगी।

Delhi-NCR Weather Update: सामान्य से अधिक बारिश की संभावना

भारतीय मौसम विभाग ने जून-सितंबर के बीच सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को बताया कि इस बार मानसून के दौरान 106 फीसदी बारिश होने की संभावना है, जो सामान्य से अधिक है। मानसून के चार महीनों में औसतन 88 सेमी बारिश होती है, लेकिन इस बार यह छह फीसदी ज्यादा होगी। पूर्वानुमान के सही होने की संभावना 63 फीसदी है।

अप्रैल में जारी पहले पूर्वानुमान में भी 106 फीसदी बारिश का अनुमान था। उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश सामान्य रहेगी, जबकि मध्य और दक्षिणी भारत में यह सामान्य से अधिक होगी। पूर्वोत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम होगी, लेकिन चूंकि पूर्वोत्तर में सामान्य बारिश अधिक होती है, इसलिए थोड़ी कमी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।

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