India News Delhi (इंडिया न्यूज), Delhi: गर्मी के मौसम के साथ ही लोगों की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ भी बढ़ती जा रही हैं। इस वर्ष, उच्च तापमान के कारण सड़क किनारे पर बिकने वाले स्ट्रीट फूड की मांग भी बढ़ गई है, लेकिन इसके साथ ही खतरा भी बढ़ गया है। डिहाइड्रेशन और खाने की गुणवत्ता में कमी की समस्याएं उत्तेजित हो गई हैं। इस परिस्थिति का सामना करते हुए दिल्ली के नगर निगम ने सड़कों पर खुले-आसमान में चलने वाले खाने-पीने की दुकानों पर कड़ी कार्रवाई की है।
नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, एक माह के अंदर लगभग 60 स्ट्रीट फूड स्टॉल पर रेड मारी गयी है, जिस वजह से उन्हें बंद कर दिया गया। इन दुकानों से लिए गए पेय पदार्थों के सेंपलों को जांच किया गया। जांच की रिपोर्ट के मुताबिक ये स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल फ़ैल हो गए और इन्हे बंद क्र दिया गया। साथ ही साथ बिना लाइसेंस के चलने वाली 176 दुकानों को भी बंद कर दिया गया। हम आपको बता दें कि नगर निगम के जनस्वास्थ्य विभाग की टीमें रोजाना दो-तीन रेड कर रही हैं। 106 दुकानों में से कोल्ड ड्रिंक के स्टॉल को भी हटा दिया गया। ये साथ वह हेल्थ को ध्यान में रखते हुए बाजार में बिकने वाले खाने-पीने की गुणवत्ता की जांच कर रही हैं।
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निगम के चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी लल्लन राम वर्मा ने बताया कि बड़े बाजारों में रेड करते समय टीमें कई बार हमले का शिकार भी होती हैं। व्यापक रेड कार्यवाहियों के दौरान, 12 जोनों में 3,040 से अधिक रेड किए गए, जिसमें सबसे ज्यादा कार्रवाई करोल बाग जोन में की गई। फिर साउथ जोन में 402, सिटी एसपी जोन में 291, और सेंट्रल जोन में 311 स्टॉल्स पर रेड मारी गयी। बात सिर्फ यही तक नहीं रुकी, बल्कि वेस्ट जोन में 268, सिविल लाइंस जोन में 243, नरेला जोन में 216, रोहिणी जोन में 177, नजफगढ़ जोन में 168, केशवपुरम जोन में 158, शाहदरा साउथ जोन में 148 और शाहदरा नॉर्थ जोन में 121 जगहों पर स्ट्रीट फूड स्टाल पर रेड की गई।
इसके अलावा, कई दुकानों से बाहर निकाले गए खाने की सामग्री और पेय पदार्थों के सेंपल नकारात्मक पाए गए। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता को स्वयं जांचने की आवश्यकता है, ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
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