India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Water Crisis: जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली सरकार की पानी समस्या को लेकर हरियाणा के साथ वार्ता करने की चेतावनी दी और अगर मुद्दा हल नहीं हुआ तो सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने दिल्ली को पानी देना बंद कर दिया है, जो कि गर्मी के मौसम में गंभीर समस्या बन गया है।
हरियाणा के सिंचाई मंत्री डॉ. अभय यादव ने इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि ऐसा मुद्दा क्यों उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा ने दिल्ली को अधिक पानी दिया है और उनका अपना शेयर सही मात्रा में दिलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में चुनावी माहौल है, और इसमें ऐसे आरोपों का उठाना समय की गंवाई है।
सिंचाई मंत्री ने कहा कि यह लोग जल स्तर की बात कर रहे हैं, लेकिन जब पाइप सप्लाई सीधी जोड़ ली तो लेवल की बात नहीं रही। दिल्ली ने दो पाइप जोड़ ली है, इसलिए वॉटर लेवल की बात अब नहीं रही। सिंचाई मंत्री ने कहा कि अगर वे कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं तो ऐसे फैसले नहीं बदलते हैं।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि हरियाणा एक मई से दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रहा है। उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जताई कि इसके चलते दिल्ली में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि कई इलाकों में पानी की कमी का सामना किया जा रहा है। इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने लोगों से पानी का समझदारी से उपयोग करने की अपील की। उन्होंने भविष्य में पानी के उपयोग पर विशेष ध्यान देने की चेतावनी भी दी, और यह भी बताया कि अगर लोगों ने इस अपील पर ध्यान नहीं दिया, तो सरकार को आने वाले दिनों में पानी के ज्यादा इस्तेमाल पर चालान काटना पड़ सकता है।
जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली सरकार के नाम बात करते हुए कहा कि उन्होंने पानी के मुद्दे पर लगातार हरियाणा से वार्ता की है, लेकिन अगले कुछ दिनों में इसका समाधान नहीं होता तो वह सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी छोड़ना बंद कर दिया है।
एक मई को वजीराबाद में जल स्तर 674.5 फुट था। पिछले साल अप्रैल, मई और जून में न्यूनतम स्तर 674.5 फुट बनाए रखा गया था। जल मंत्री ने बताया कि आठ मई तक वजीराबाद में जल स्तर 672 फुट रहा और 20 मई तक यह 671 फुट था, जो कि मंगलवार को और घटकर 669.8 फुट रह गया था।
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