India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Dengue In Delhi: दिल्ली के एमसीडी ने मच्छरों से होने वाली बीमारियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया है। उन्होंने बहुत सारे डीबीसी कर्मियों को काम में लाया है। एमसीडी का कहना है कि वे मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जरूरत के हिसाब से कदम उठाए जा रहे हैं। जहां मच्छरों के मारने और उनकी रोकथाम के लिए दवाई की आवश्यकता है, वहां उचित कदम उठाए जा रहे हैं। जनवरी से अब तक दिल्ली में डेंगू के 50 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं।
एमसीडी ने बताया कि जमा हुए पानी के स्रोत पर मच्छरों के प्रजनन को रोकना डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के खिलाफ लड़ने का सबसे पहला कदम है। इसके बाद, मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करना मुख्य उपाय है। इस साल, DBC के कार्यकर्ताओं ने 31 मई तक 1.35 करोड़ से अधिक घरों में दौरे किए हैं ताकि मच्छरों को नियंत्रित किया जा सके। इस प्रक्रिया के दौरान, 26,163 घरों, इमारतों और परिसरों में मच्छरों का प्रजनन पाया गया है, जिसका समाधान स्रोत पर ही किया गया है।
इसके अतिरिक्त, 1,92,405 घरों और इमारतों में छिड़काव और फॉगिंग का कार्य किया गया है। हर हफ्ते, नालियों, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों पर मैन्युअल और मोटर के सहारे दवा का छिड़काव किया जाता है। आरडब्ल्यूए की बैठकों, रैलियों और अन्य कार्यक्रमों में डेंगू के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं।
डेंगू के मच्छर काले रंग के होते हैं और उनके पेट और पैरों पर सफेद धारियां होती हैं। ये मच्छर जमा हुए साफ पानी में पनपते हैं, जैसे पानी की कूलर, गमले, टंकी, मनीप्लांट, कबाड़, बर्तन, आदि। डेंगू के मच्छर खासकर दिन के समय, सुबह और शाम के समय काटते हैं।
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