India News Delhi (इंडिया न्यूज़),Pakistani flight in canada: पिछले कुछ महीनों से पड़ोसी देश पाकिस्तान से एक मामला सामने आ रहा है। जहां पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स (पीआईए) की फ्लाइट अटेंडेंट्स महिलाएं दूसरे देशों में लैंड होती है। मगर फिर वह से वापस नहीं आती है। हल ही में यह मामला कनाडा में देखने मिला। जहां गायब हुई एक स्टाफ ने पत्र लिखा था कि – थैंक यू PIA । जिसके बाद यह लगातार बाते फैल रही है कि क्या पाकिस्तान यह काम जानबूझ कर रहा है क्या ?
पीआईए केबिन क्रू मरियम रजा अपनी नियमित उड़ान से टोरंटो, कनाडा पहुंचीं। वहां उतरने के बाद उसका कहीं पता नहीं चला। पाकिस्तान में तलाशी लेने पर उनके सामान से कंपनी को धन्यवाद देने वाला एक कागज मिला। ऐसा लगातार हो रहा है। कनाडा पहुंचकर केबिन क्रू गायब। जनवरी में, उसी एयरलाइन का एक और स्टाफ सदस्य लापता हो गया। पिछले साल ही कनाडा में पीआईए के 7 कर्मचारी लापता हो गए थे। बाद में पता चला कि उसने वहां शरण ले रखी है ।
दूसरे, खासकर बड़े देशों में पहुंचते ही फ्लाइट स्टाफ का गायब हो जाना एक खास ट्रेंड की ओर इशारा करता है । गरीबी से जूझते और अंतरराष्ट्रीय फंड पर निर्भर इस देश के युवा लगातार बाहर जा रहे हैं। पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स ने खुद कहा कि पिछले साल 8 ।25 लाख लोगों ने देश छोड़ा । लेकिन ये वो डेटा है जो रिकॉर्ड में है । ऐसे भी कई लोग हैं जो आधिकारिक तौर पर देश नहीं छोड़ते, जैसे एयरलाइन क्रू का गायब होना।
पिछले साल, 7 फ्लाइट अटेंडेंट टोरंटो में उतरने के बाद अपनी ड्यूटी पर नहीं लौटे। इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं । लेकिन जब वे वहां जाते हैं तो उनका अपहरण नहीं हो रहा होता, बल्कि वे शरण ले रहे होते हैं । पिछले नवंबर में पीआईए के एक प्रवक्ता ने इसके लिए कनाडा की शरण नीति को जिम्मेदार ठहराया था, जो बेहद उदार है।
शरण आवेदन स्वीकृत होने के बाद लोगों को शरणार्थी का दर्जा मिलता है। यह कुछ वर्षों से लेकर बहुत लंबे समय तक चल सकता है। समयावधि आपके द्वारा बताए गए कारण की गंभीरता पर निर्भर करती है। कनाडा के मामले में, ऐसा है कि आप अपने देश में बैठकर शरण नहीं ले सकते, लेकिन आपको हवाई अड्डे, भूमि सीमा या बंदरगाह पर मौजूद रहना होगा।
इस समय पाकिस्तान अपने फ्लाइट अटेंडेंट को रोकने के लिए कई काम कर रहा है। जो लोग टोरंटो या कहीं और जाकर गायब हो रहे हैं, उनकी सारी सेवाएं और पैसे बंद कर दिए जाते हैं । इसके अलावा, पीआईए अधिकारी कथित तौर पर कर्मचारियों के पासपोर्ट भी अपने पास रखने की कोशिश कर रहा है ताकि वे आवेदन न कर सकें।
दूसरे देशों में जाने के और भी कई रास्ते हैं जो गैरकानूनी हैं। ऐसा ही एक तरीका है वीजा अवधि से अधिक समय तक रुकना। इसके तहत लोग बाकायदा वीजा लेकर आते हैं, लेकिन उसकी अवधि खत्म होने के बाद भी देश में ही रहते हैं।
ऐसे लोग पर्यटक होते हैं, या कोई व्यवसाय दिखाकर देश में प्रवेश करते हैं। कई देशों में लोग धार्मिक वीज़ा लेकर आते हैं और लापता हो जाते हैं। कुछ समय तक छिपने के बाद वे मुख्यधारा में आ जाते हैं। अमीर देश अक्सर इस आधार पर छूट दे देते हैं कि पकड़े जाने पर जान को ख़तरा है।
इन अवैध शरणार्थियों को ट्रैक करना आसान नहीं है । हालाँकि, पकड़े जाने पर उनके लिए सज़ा का प्रावधान है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई अमेरिका जाता है और वहां एक साल या उससे कम समय तक रुकता है तो वह अगले तीन साल तक अमेरिका नहीं जा सकता ।
उसका वीज़ा ख़ारिज कर दिया जाएगा । अगर कोई एक साल से ज्यादा समय छुपकर बिताता है तो उसे 10 साल तक अमेरिका में प्रवेश की इजाजत नहीं है । अधिकतर लोग अवैध रूप से उन्हीं देशों में जाते हैं जहां उनके पास कोई सपोर्ट सिस्टम होता है, जैसे रिश्तेदार। वे उनकी पहचान छुपाने या छुपाने में उनकी मदद करते हैं । फिर पकड़ना मुश्किल है ।
कबूतर मार्ग या गधा मार्ग भी एक विधि है। इसमें लोग वीजा तो एक देश का लेते हैं, लेकिन वहां पहुंचने के बाद सुनसान रास्तों से दूसरे देशों में प्रवेश कर जाते हैं। कबूतर उड़ाना एक बहुत ही खतरनाक तरीका है । इसमें कई हफ्तों तक पानी और जंगल के रास्ते यात्रा करनी पड़ती है। कई बार लोग बीमार पड़ जाते हैं और मर जाते हैं, या तस्करों द्वारा मार दिए जाते हैं। पानी में जहाज़ों का डूबना जैसी दुर्घटनाएँ भी आम हैं।