India News Delhi(इंडिया न्यूज़), Pari Chowk: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा में जामों को कम करने के लिए परी चौक के डिजाइन में कई बदलाव करने का प्लान बनाया है। इस कार्य की जिम्मेदारी केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) को सौंपी गई है। अंतिम रिपोर्ट की उम्मीद अगले माह है। परी चौक के जाम से राहत दिलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने परी चौक का रीडिजाइन कराने का निर्णय लिया है।
इस काम को संभालने के लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) को सौंपा गया है। टीम ने प्रभावी तरीके से इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत की है, और अब अंतिम रिपोर्ट को तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। नोएडा एयरपोर्ट के शुरू होने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा को बहुत फायदा होने की संभावना है। हवाई यातायात की बढ़ते दरों के साथ-साथ, ट्रैफिक भी बढ़ जाएगा। पहले से ही ट्रैफिक के दबाव से जूझ रहे परी चौक को इससे और भी अधिक सामना करना पड़ेगा। इसलिए, परी चौक के रीडिजाइन का निर्णय बेहद आवश्यक माना गया है।
पुलिस और ट्रैफिक विभाग ने परी चौक के रीडिजाइन के मामले में अपने सुझाव दिए हैं। CRRI की टीम, जो परी चौक का रीडिजाइन कर रही है, वर्तमान और भविष्य में की जा रही ट्रैफिक की भार को ध्यान में रखते हुए यह सर्वे कर रही है कि एयरपोर्ट के चालू होने के बाद किस सड़क पर कितना ट्रैफिक होगा। इस आधार पर, सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा के सिरसा गोलचक्कर से एनएच-24 गाजियाबाद को जोड़ने वाली 130 मीटर सड़क के चौड़ीकरण का काम भी शुरू कर दिया गया है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार मूर्ति गोलचक्कर पर अंडरपास का निर्माण जून माह में शुरू होने जा रहा है। इससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जाम को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। प्राधिकरण ने बताया कि सड़कों के चौड़ीकरण के साथ-साथ अन्य विकल्पों पर भी काम चल रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ट्रैफिक की बढ़ती समस्या ने बड़ी चिंता का विषय बना दिया है। शहर की सोसाइटियों के विकास के साथ ही यहां का ट्रैफिक भी बढ़ रहा है, और यह स्थिति और अधिक जटिल होगी एयरपोर्ट के खुलने के बाद। इसमें अधिकतर सोसाइटियां अभी तक निर्मित नहीं हुईं हैं।
ज्यादातर ट्रैफिक के केंद्रों में परी चौक एक प्रमुख बात है। इसे सिरसा गोलचक्कर से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद को जोड़ने वाली 130 मीटर चौड़ी सड़क भी शामिल है। इसके अलावा, खेरली नहर तिराहा से सिरसा, कासना, और परी चौक तक की यातायात का दबाव भी बढ़ा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी ने बताया कि इस समस्या को समाधान के लिए परी चौक के डिजाइन में परिवर्तन किया जाएगा। इसके साथ ही, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार मूर्ति गोलचक्कर पर अंडरपास का निर्माण भी शुरू किया जाएगा। इससे स्थानीय यातायात को मिलेगी राहत।
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