India News(इंडिया न्यूज़), PM Modi: पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी स्कूबा डाइविंग की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘जलमग्न द्वारका नगरी में प्रार्थना करना बहुत ही दिव्य अनुभव था।’ इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने 5 जनवरी को लक्षद्वीप में समुद्र में डुबकी भी लगाई थी। हालांकि तब उन्होंने स्नॉर्कलिंग की थी, जबकि इस बार उन्होंने स्कूबा डाइविंग की है। इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने 5 जनवरी को लक्षद्वीप में समुद्र में डुबकी भी लगाई थी। हालांकि तब उन्होंने स्नॉर्कलिंग की थी, जबकि इस बार उन्होंने स्कूबा डाइविंग की है।
दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का दूसरा दिन कई मायनों में अहम रहा। पीएम मोदी ने रविवार को यहां द्वारका के पास अरब सागर में स्कूबा डाइविंग की। द्वारकाधीश के दर्शन के बाद पीएम मोदी नौसेना के जवानों के साथ स्कूबा डाइव करने गए। वह गोमती घाट पर स्थित सुदामा पुल को पार कर पंचकुई तट क्षेत्र में पहुंचे। वहां से करीब 2 नॉटिकल मील दूर समुद्र में स्कूबा डाइविंग के लिए गए।
To pray in the city of Dwarka, which is immersed in the waters, was a very divine experience. I felt connected to an ancient era of spiritual grandeur and timeless devotion. May Bhagwan Shri Krishna bless us all. pic.twitter.com/yUO9DJnYWo
— Narendra Modi (@narendramodi) February 25, 2024
द्वारका एक धार्मिक नगरी के रूप में जानी जाती है, लेकिन अब यह नगरी पर्यटन के क्षेत्र में भी प्रसिद्ध हो रही है। ऐसे में द्वारका के तट पर स्कूबा डाइविंग भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी। पीएम मोदी ने अपनी स्कूबा डाइविंग की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘पानी में डूबी द्वारिका नगरी में प्रार्थना करना बहुत ही दिव्य अनुभव था। मुझे आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्री कृष्ण हम सभी पर कृपा करें। पीएम मोदी ने इससे पहले दिन की शुरुआत यहां बायत द्वारका मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की। इसके बाद उन्होंने ओखा को बायत द्वारका द्वीप से जोड़ने वाले ‘सुदर्शन सेतु’ का अनावरण किया। करीब 980 करोड़ रुपये की लागत से बना 2.32 किलोमीटर लंबा यह केबल ब्रिज देश का सबसे बड़ा केबल ब्रिज है।