India News(इंडिया न्यूज़), Vayu Shakti: भारतीय वायुसेना ने शनिवार, 17 फरवरी को पोखरण फायरिंग रेंज में अभ्यास ‘वायु शक्ति 2024’ के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस दौरान वायुसेना ने दुनिया को अपनी लड़ाकू और मारक क्षमता दिखाई। इसके साथ ही लड़ाकू विमान राफेल भी इस अभ्यास में हिस्सा लेता नजर आया। इसके अलावा प्रचंड और अपाचे हेलीकॉप्टर भी पहली बार अभ्यास का हिस्सा बने। आपको बता दें कि पोखरण फायरिंग रेंज राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास है। यह अभ्यास शाम और रात को दो घंटे 15 मिनट तक चलता रहा। इसमें करीब 120 विमानों और हेलीकॉप्टरों ने हिस्सा लिया। पिछली बार यह अभ्यास 2019 में आयोजित किया गया था।
अभ्यास का विषय ‘आकाश से बिजली का प्रहार’ था। इसे ध्यान में रखते हुए, राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000 और तेजस सहित फ्रंटलाइन फाइटर जेट्स ने अपने घातक और सटीक निशाने से जमीन और हवा में दुश्मन के ठिकानों पर हमला किया और उन्हें नष्ट कर दिया। अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार हवा से जमीन पर मार करने वाली निर्देशित मिसाइलों से लक्ष्य पर हमला करके अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। अभ्यास का विषय ‘आकाश से बिजली का प्रहार’ था।
राफेल, एसयू-30 एमकेआई, मिग-29, मिराज-2000 और तेजस सहित फ्रंटलाइन लड़ाकू विमानों ने सटीकता और घातक क्षमता दिखाई। इसमें बम और रॉकेट जैसे विभिन्न प्रकार के हथियारों का उपयोग किया गया था। इस अभ्यास में पोखरण रेगिस्तान में मिसाइलों, ड्रोन और लड़ाकू जेट और हमलावर हेलीकॉप्टरों सहित 120 से अधिक विमानों के साथ अपनी युद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया गया। अभ्यास के दौरान लड़ाकू विमानों ने जमीन और हवा में दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया। राफेल विमान ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से भी सफलतापूर्वक लक्ष्य पर हमला किया। इस दौरान परिवहन विमानों द्वारा युद्ध समर्थन अभियानों का भी प्रदर्शन किया गया।
अभ्यास में अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। वहीं, एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने अभेद्य तरीके से जमीनी लक्ष्य पर निशाना साधा। भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टरों ने भी सेना को उपकरणों की तत्काल आपूर्ति प्रदान की।