Monday, July 8, 2024
HomeAstrologySurya Grahan 2022: देश के कई हिस्सों में आज पड़ेगा सूर्यग्रहण, जानिए...

Surya Grahan 2022:

Surya Grahan 2022: देश के साथ ही आज भारत के ज्यादातर हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा। आपका बता दे कि खगोलशास्त्री देबी प्रसाद दुआरी का कहना है कि साल 2022 में दूसरी बार भारत के अलावा कोलकाता में यह बहुत कम समय तक के लिए आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा। भारत के अलावा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य एशिया और एशिया के अन्य क्षेत्रों में इसे देखा जा सकेगा। बता दे कि इस खगोलीय घटना को देश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में देखा जा सकेगा, लेकिन पूर्वोत्तर भारत में यह सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा क्योंकि इस क्षेत्र में यह खगोलीय घटना सूर्यास्त के बाद घटित होगी।

कोलकाता का समय

बता दे कि खगोलशास्त्री दुआरी कहते हैं, ‘आंशिक सूर्यग्रहण की शुरुआत आइसलैंड के आसपास करीब 2 बजकर 20 मिनट पर होगी और शाम साढ़े 4 बजे इसे पूर्ण रूप में रूस के आकाश में देखा जाएगा। इस सूर्यग्रहण की समाप्ति शाम 6 बजकर 32 मिनट पर अरब सागर के ऊपर होगी। ’अमावस्या के दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी करीब-करीब एक सीधी रेखा में होंगे, जिससे चंद्रमा थोड़े समय के लिए आंशिक रूप से सूर्य को ढंक लेगा। इससे चंद्रमा के छाया क्षेत्र में पड़ने वाले क्षेत्रों में आंशिक सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा।

नई दिल्ली में यह है समय

आपको बता दे कि नई दिल्ली में इसकी शुरुआत शाम 4 बजकर 29 मिनट पर होगी और शाम 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा, लेकिन 5 बजकर 42 मिनट पर यह अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा। इस दौरान चंद्रमा सूर्य के 24.5 फीसदी हिस्से को ढंक लेगा।

  • राजस्थान के जैसलमेर में सूर्यग्रहण शाम 4 बजकर 26 मिनट पर दिखना शुरू होगा जो शाम 6 बजकर 9 मिनट तक रहेगा, जबकि इसका सर्वोच्च स्तर साढ़े पांच बजे दिखेगा।
  • मुंबई में सूर्यग्रहण शाम 4 बजकर 49 मिनट पर दिखना शुरू होगा जो शाम 6 बजकर 9 मिनट तक रहेगा, जबकि इसका सर्वोच्च स्तर 5 बजकर 42 मिनट पर दिखेगा।
  • दक्षिण और मध्य भारत में सूर्य ग्रहण शाम 4 बजकर 49 मिनट से शाम 5 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

भारत में कुछ जगहों पर नहीं दिखेगा सूर्यग्रहण

भारत में सूर्यास्त के पहले अपराह्न में ग्रहण आरम्भ होगा और इसे अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा। ग्रहण का अंत भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि वह सूर्यास्त के उपरांत भी जारी रहेगा। भारत में उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिकतम ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा द्वारा आच्छादन लगभग 40 से 50 प्रतिशत के बीच होगा।

 

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