India News Delhi (इंडिया न्यू़ज़), Yamuna Expressway: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने से पहले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अध्ययन शुरू कर दिया है। इस काम में करीब दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद निर्माण शुरू हो जाएगा। इंटरचेंज का काम एक साल में पूरा हो जाएगा।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाने का काम 8 महीने पहले शुरू हुआ था। यमुना प्राधिकरण ने इसे बनाने की जिम्मेदारी एक निजी ठेकेदार को सौंपी थी। प्रदेश के मुख्य सचिव ने इसका शिलान्यास किया था। इसके निर्माण पर 122 करोड़ रुपये खर्च होने थे। दावा किया जा रहा था कि एयरपोर्ट शुरू होने से पहले यह बनकर तैयार हो जाएगा, लेकिन कुछ दिनों बाद ही विकासकर्ता कंपनी ने इसके निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी पर 22 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगा दिया और काम रुक गया।
दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज पर आठ लूप बनाए जाने हैं, जो कुल मिलाकर 6.6 किलोमीटर लंबे होंगे। काम बंद होने के बाद प्राधिकरण ने संबंधित ठेकेदार को बिना बजट बढ़ाए काम शुरू करने के लिए 15 मई तक का समय दिया था, लेकिन संबंधित कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। अब निर्माण की जिम्मेदारी NHAI को दे दी गई है।
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इस इंटरचेंज को बनाने का काम सबसे पहले वर्ष 2019 में शुरू हुआ था, लेकिन किसानों से विवाद के चलते कंपनी काम नहीं कर पाई। किसानों से विवाद न सुलझने के कारण पिछले साढ़े चार साल बर्बाद हो गए। अब छह महीने पहले विवाद सुलझ गया, लेकिन उसके बाद संबंधित ठेकेदार कंपनी ने 22 करोड़ की मांग कर दी, जिससे काम एक बार फिर अटक गया है। अब देखना यह है कि एनएचएआई कब तक निर्माण कार्य शुरू कर पाती है।
ग्रेटर नोएडा से गुजरने वाले केजीपी का अभी यमुना एक्सप्रेसवे से कोई लिंक नहीं है। इस वजह से पेरिफेरल पर आगरा जाने वाले वाहन चालकों को 15 से 20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। परी चौक और कासना के जाम का सामना करना पड़ता है। अभी सिरसा के पास ईस्टर्न पेरिफेरल का इंटरचेंज है। ऐसे में वाहन चालकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए दोनों एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए दनकौर क्षेत्र के जगनपुर गांव के पास इंटरचेंज बनाने का निर्णय लिया गया है, जो यमुना एक्सप्रेस-वे पर जीरो पॉइंटर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर होगा। एनएचएआई ने इंटरचेंज बनाने के लिए अध्ययन शुरू कर दिया है। दोनों एक्सप्रेस-वे को जोड़ने में एक साल तक का समय लगेगा।
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