India News(इंडिया न्यूज़),Farmers’ protest 2.0 : किसानों के दिल्ली कूच को लेकर पुलिस अलर्ट है। हरियाणा से लेकर दिल्ली तक सीमाएं सील हैं। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सीमेंट के स्लैब बनाए गए हैं। कंटीले तारों से किसानों को रोकने की तैयारी है। बता दें, किसान आंदोलन के बीच फिर सिंधु बॉर्डर एक बार फिर चर्चा में है। मालूम हो ये वो बॉर्डर है जिसके जरिए हरियाणा-पंजाब के किसान दिल्ली में प्रवेश करते हैं।
सामने आई तस्वीरों के अनुसार, यहां चारों तरफ पुलिस का पहरा है। बॉर्डर पर बारीकी से नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है। तो जानिए क्या है सिंधु बॉर्डर का इतिहास और क्यों इसे एक समय कहा गया था मिनी पंजाब।
बता दें, सिंधु बॉर्डर वो जगह है, जहां किसानों का पिछला आंदोलन 380 दिन तक चला था। तब नए कृषि कानूनों को वापस कराने के लिए किसान इसी बॉर्डर पर धरना देकर बैठ गए थे। अब फिर यहां सुरक्षा को लेकर सख्ती है। मालूम हो, यहाँ किसानों का जमावड़ा ऐसा था कि दूर-दूर तक उनके अलावा कुछ नजर ही नहीं आता था। पिछली बार विरोध प्रदर्शन में सबसे ज्यादा पंजाब के किसान थे। इसलिए इसे मिनी पंजाब भी कहा जाने लगा।
दरअसल,सिंधु एक गांव का नाम है। जो दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर है। यहीं से ही दिल्ली की सीमा खत्म होती है और हरियाणा की शुरुआत होती है। बता दें, दिल्ली में आंदोलन के लिए हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर किसान यहीं से एंट्री करते हैं। यही वजह है कि इसका नाम सिंधु बॉर्डर पड़ा।