India News(इंडिया न्यूज़), HIV / AIDS: असम में एचआईवी एड्स का खतरा बढ़ता जा रहा है। असम के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में एचआईवी-एड्स के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है, जिसका मुख्य कारण नशीली दवाओं का दुरुपयोग है। असम के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार गैर सरकारी संगठनों की मदद से एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों के साथ काम कर रही है। हालांकि, मरीजों की पहचान गोपनीय रखने के लिए उनके विवरण का खुलासा नहीं किया गया। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
कांग्रेस विधायक सिबामोनी बोरा ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्य में रोगियों का मुद्दा उठाया और दावा किया कि ताजा संक्रमण में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने दावा किया कि करीब 50 फीसदी ड्रग तस्कर खुद संक्रमित हैं। बोरा ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से एचआईवी के बारे में जागरूकता फैलाने पर ध्यान देना बंद कर दिया है, जिसके कारण मामलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है। इस बीच, बोरा के आरोपों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री महंत ने अपने जवाब में कहा कि 2002 से 2023 के बीच राज्य में किए गए 89,84,519 परीक्षणों में से 31,729 एचआईवी-एड्स के मामले सामने आए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री महंत ने कहा कि दिसंबर 2023 तक 9,90,372 परीक्षण किए गए, जिनमें से 5,791 सकारात्मक पाए गए। हां, बढ़ोत्तरी हुई है और हम इसे जांचने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार संक्रमित लोगों की देखभाल और कमजोर वर्गों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए गैर सरकारी संगठनों के साथ काम कर रही है लेकिन हम सभी विवरण साझा नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एचआईवी-एड्स के मामलों से निपटने के दौरान गोपनीयता बनाए रखने की जरूरत है, इसलिए हम आपको केवल आंकड़े ही दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि दवाओं के इंजेक्शन के जरिए वायरस का फैलना सबसे बड़ा खतरा है जो इन दिनों तेजी से बढ़ रहा इसे पूरी तरह से रोकने के लिए हमें और भी बहुत कुछ करना होगा। राज्य सरकार सभी सरकारी और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ जेल जैसे संवेदनशील स्थानों पर परीक्षण, परामर्श और उपचार की सभी सुविधाएं प्रदान कर रही है।