India News(इंडिया न्यूज़), Vijaya Ekadashi 2024: एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा अराधना करते है। एकादशी व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और अगले दिन द्वादशी तिथि को समाप्त होता है। एकादशी की तिथि की बात करें तो इस साल विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च, बुधवार को मनाया जा रहा है। माना जाता है कि अगर एकादशी के दिन पूरी श्रद्धा से भगवान विष्णु की पूजा की जाए तो परिवार में खुशियां बनी रहती हैं। हालांकि इस दिन तुलसी से जुड़ी बड़ी गलतियां करने से बचना बेहद जरूरी है।
एकादशी के दिन तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। पहली गलती तो यह है कि भक्त लोग एकादशी के दिन तुलसी को जल चढ़ाते हैं। कथाओं के अनुसार, एकादशी के दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में तुलसी को जल चढ़ाने से तुलसी माता का व्रत टूट सकता है। तुलसी माता को भगवान विष्णु की प्रिय कहा जाता है और इसीलिए विष्णु पूजा में तुलसी के पत्तों को शामिल किया जाता है। लेकिन तुलसी के पत्ते एकादशी से एक दिन पहले ही तोड़कर रख लेने चाहिए, एकादशी के दिन तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए।
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। पंचांग के अनुसार विजया एकादशी तिथि 06 मार्च को सुबह 06:30 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 7 मार्च को सुबह 04:13 बजे समाप्त होगी। ऐसे में विजया एकादशी व्रत 06 मार्च को रखा जाएगा।