India News Delhi (इंडिया न्यूज़), CBSE: सीबीएसई (CBSE) ने बड़ा फैसला लिया है।11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए एग्जाम पैटर्न में कुछ बदलाव करे हैं। इस साल के सेशन में छात्रों को पहले की तरह रट्टा मारने के बजाये अब फोकस कॉन्सेप्ट स्टडीज को दिया गया है। यह फैसला छात्रों की रटने की आदत को देखते हुए लिया गया हैं| इस बार प्रोफेस्सोर्स बच्चो के स्किल्स और प्रॉब्लम सॉल्विंग पर जोर देंगे| इस निर्णय के वजह से अब छात्र आगे आने वाले कॉम्पिटिटिव परीक्षाओ में भी ज़ादा अच्छा प्रदर्शन दे पाएंगे|
नए एग्जाम पैटर्न के अनुसार, परीक्षा में अब लॉन्ग आंसर और शॉर्ट आंसर प्रश्नों की संख्या कम की जाएगी। अलग से कुछ प्रश्न जोड़े जायेगे जो पूरी तरह से कॉम्पिटेंसी से जुड़े हुए होंगे| हम आपको बता दे की ये कॉम्पिटेंसी निर्धारित प्रश्न MCQs होंगे जैसे आगे आने वाले कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम के लिए पढ़ाये जाते हैं। इसके साथ ही, कॉन्सेप्ट बेस्ड प्रश्नों में कुछ प्रश्न केस स्टडी निर्धारित और सोर्स-बेस्ड इंटिग्रेटिड प्रश्न शामिल होंगे।
अब की बार कॉन्सेप्ट बेस्ड प्रश्नो को 40 प्रतिशत के बजाये 50 प्रतिशत कर दिया गया हैं। उसके साथ साथ लॉन्ग और शॉर्ट आंसर वाले प्रश्नों का वेटेज 40 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। बोर्ड ने यह फैसला के लिए लिया है ताकि वे रटने के बजाय कॉन्सेप्ट को समझें और अच्छे अंक प्राप्त करें।इससे उनको आगे आने वाले कॉम्पिटिटिव एग्जाम में भी सहायता मिलेगी। साथ ही साथ शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
हम आपको बता दे कि बुधवार, 3 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सभी संबद्धित स्कूलों को एक मैसेज भेजा हैं। इस मैसेज के अनुसार, सीबीएसई के निदेशक जोसेफ एमानुएल ने बताया कि 2020 के राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार, बोर्ड ने स्कूलों में शिक्षा के प्रति कई कदम उठाए हैं। इन कदमों में कॉम्पिटेंसी को जोड़ना, शिक्षकों और छात्रों के लिए संसाधनों को उपलब्ध कराना, विकास के साथ-साथ शिक्षकों की निरंतर क्षमता निर्माण आदि शामिल हैं।
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