India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Heat Stroke: गर्मी बढ़ने के साथ ही हीट स्ट्रोक के मरीज अस्पतालों में आने लगे हैं। उनके लिए दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बुधवार को हीट स्ट्रोक यूनिट की शुरुआत की गई। इस यूनिट को शुरू करने वाला आरएमएल दिल्ली का पहला अस्पताल बन गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रोली सिंह ने बुधवार को इस यूनिट का उद्घाटन किया।
इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने कहा कि हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए हर मिनट कीमती है। ऐसे मरीजों का तापमान तुरंत कम करने की जरूरत है। यूनिट में दो बेड लगाए गए हैं। साथ ही अलग से टब भी लगाए गए हैं। हीट स्ट्रोक के मरीजों को लाने के लिए एंबुलेंस भी तैयार की गई है।
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मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अजय चौहान ने बताया कि अगर किसी मरीज को हीट स्ट्रोक की समस्या होती है तो उसे तुरंत पानी का छींटा देकर अस्पताल लाना चाहिए। अगर समय पर इलाज न मिले तो 80 फीसदी मामलों में मौत भी हो सकती है। इस यूनिट में दो टब में बर्फ के कंटेनर रखे गए हैं। इनकी मदद से मरीज के तापमान को तुरंत नीचे लाया जा सकता है।
हीट स्ट्रोक शरीर की एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मौजूदा शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होने लगता है। ज्यादातर मामलों में यह 103 से 104 फारेनहाइट तक पहुंच जाता है। ऐसी स्थिति में शरीर खुद को ठंडा रखने में विफल हो जाता है। ऐसा तब होता है, जब शरीर का थर्मल सिस्टम फेल हो जाता है। ऐसी स्थिति में कमजोरी, थकान, उल्टी, चक्कर आना और पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
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