India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने तकनीकी उन्नति को अपने कार्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने का निर्देश दिया है। उनका प्रमुख उद्देश्य है कि सुप्रीम कोर्ट को तकनीकी दृष्टिकोण से मजबूत बनाया जाए, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में सुधार किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट में पहले से ही वाई-फाई और वर्चुअल सुनवाई की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अतिरिक्त, चंद्रचूड़ ने एक और प्रगतिशील पहल की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब एडवोकेट और पार्टी अपने केस की फाइलिंग, कोर्ट की कॉज लिस्ट, आदेश और फैसले की जानकारी ह्वाट्सऐप मैसेज के जरिए भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी साझा किया कि किसी भी मामले से जुड़े सभी पक्षकार अपने मोबाइल फोन के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पढ़ सकेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने अब ह्वाट्सऐप सुविधा को भी शुरू किया है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का अधिकारिक ह्वाट्सऐप नंबर 8767687676 होगा। इस नंबर पर सभी मेम्बर अपने मोबाइल पर ह्वाट्सऐप मैसेज के जरिए कॉज लिस्ट हासिल कर सकेंगे। सीजेआई ने कहा कि यह छोटी सी पहल न्याय सुलभ करने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस कदम की सराहना की और कहा कि यह एक और क्रांतिकारी कदम है।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव रोहित पांडेय ने सीजेआई के फैसले का हार्दिक स्वागत किया है। उन्होंने बताया कि अब उन्हें अधिकारियों के पास जाने की जरूरत नहीं होगी जब वे कॉपी या अन्य जानकारी के लिए दौड़ते थे। इस नए फैसले से वकीलों का समय बचेगा और उनका काम भी सरल होगा।
पहले CJI ने बताया था कि न्यायिक प्रक्रिया में तकनीक का उपयोग केवल आधुनिकीकरण से ही सीमित नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। वकीलों को तकनीकी और प्रौद्योगिकी का सही तरीके से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करने की जरूरत है।
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