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April Fool Day 2024: क्यों मनाया जाता है अप्रैल फूल डे, जानें क्या है इसका इतिहास

• LAST UPDATED : March 31, 2024

India News Delhi(इंडिया न्यूज),April Fool Day 2024: इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि हर साल 1 अप्रैल को पूरी दुनिया में ‘अप्रैल फूल डे’ मनाया जाता है। यह वह दिन है जब लोग एक-दूसरे के साथ खुलकर मौज-मस्ती और मजाक करते हैं। इस दिन लोग किसी को बेवकूफ बनाने की पूरी कोशिश करते हैं, उनके साथ मजाक करते हैं और जब वे ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो खुशी से ‘अप्रैल फूल’ चिल्लाते हैं।

आजकल लोग इतने क्रिएटिव हो गए हैं कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बेवकूफ बना देते हैं। कई बार किसी के साथ ये मजाक अगले दिन तक चलता रहता है और बाद में उन्हें एहसास होता है कि वो अप्रैल फूल बन गए हैं। अब इस दिन को हर कोई अपने-अपने तरीके से मनाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहला अप्रैल फूल कौन था?

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पहला अप्रैल फूल किसने किसे बनाया?

आज हम आपके इस सवाल का जवाब देने आये हैं कि सबसे पहले किसे बेवकूफ बनाया गया? अप्रैल फूल डे की शुरुआत की बात करें तो चौसर की ‘कैंटरबरी टेल्स’ की एक कहानी ‘नन्स प्रीस्ट्स टेल’ में मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि इसकी शुरुआत 1381 में हुई थी, जब इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय और बोहेमिया की रानी ऐनी ने अपने विवाह की घोषणा की थी।

दरअसल, राजा ने तब जनता को अपनी सगाई की तारीख 32 मार्च बताई थी। वहां मौजूद लोगों ने भी सगाई की घोषणा पर विश्वास कर लिया। अब ये तो आप भी जानते हैं कि 32 मार्च की तारीख कैलेंडर में नहीं है, इसलिए वहां के लोग सामूहिक रूप से अप्रैल फूल बन गए।

अप्रैल फूल की एक और मशहूर कहानी

अप्रैल फूल से जुड़ा एक और किस्सा बहुत मशहूर है। ये कहानी यूरोप की है। दरअसल, पहले यूरोप में नया साल 1 अप्रैल को मनाया जाता था, लेकिन पोप ग्रेगोरी 13 ने 1582 में एक नया कैलेंडर जारी किया। इस नए कैलेंडर में नए साल का जश्न 1 अप्रैल से बदलकर 1 जनवरी कर दिया गया। पोप ग्रेगरी 13 द्वारा इस कैलेंडर की शुरुआत के बाद 1 अप्रैल को नया साल मनाने वालों को ‘मूर्ख’ कहा जाता था और उनका मज़ाक उड़ाया जाता था। बस फिर क्या था, यहां 1 अप्रैल यानी अप्रैल फूल डे की शुरुआत हो गई।

भारत में ‘अप्रैल फूल डे’ मनाने की शुरुआत कब हुई?

अब आप ये तो जान गए हैं कि पूरी दुनिया में 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे कैसे मनाया जाने लगा, लेकिन आपके देश में इसकी शुरुआत कब हुई, ये शायद आप नहीं जानते होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में अप्रैल फूल मनाने की शुरुआत 19वीं सदी में अंग्रेजों ने की थी। जिसके बाद से आज तक यहां के लोग इस दिन मौज-मस्ती और हंसी-मजाक करते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और अफ्रीका जैसे देशों में अप्रैल फूल डे रात 12 बजे तक ही मनाया जाता है। लेकिन कनाडा, अमेरिका, रूस और अन्य यूरोपीय देशों में अप्रैल फूल डे 1 अप्रैल को पूरे दिन मनाया जाता है।

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