India News Delhi(इंडिया न्यूज़), Delhi Crime: पुलिस ने दक्षिणी पश्चिमी जिले में एक आरोपी को 14 साल बाद गिरफ्तार किया है, जो धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में चल रहे केस में शामिल था। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए दूसरी शादी की और अपनी पहचान छिपाकर कोटला मयूर विहार में जा कर रहे लगा। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपी का असली नाम सत्यप्रकाश है, जो मूलरूप से ग्रेटर नोएडा के बैदपुरा में रहता है। उन्हें 2010 में आरके पुरम थाने में धोखाधड़ी के मामले में आरोपित किया गया था, लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुआ था।
Delhi Crime: क्या है असली माजरा
भीकाजी कामा प्लेस में एक ऑफिस खोलने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। सात सितंबर 2010 में आरके पुरम थाने में उसके खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के केस का दर्जा किया गया था। पीड़ित बृजपाल सिंह ने शिकायत की थी कि उसने सत्यप्रकाश के साथ मिलकर भीकाजी कामा प्लेस में एक फर्जी ऑफिस खोला था। उन्होंने ठगी करके लाखों रुपये ठग लिए थे और फिर ऑफिस बंद करके फरार हो गए थे। उन्हें इस मामले में भगौड़ा घोषित किया गया था। अदालत ने उन्हें एक बार भी पेश नहीं होने के बाद भगौड़ा घोषित किया था और तब से पुलिस उन्हें ढूंढ़ रही थी।
आरोपी ने बदली अपनी पहचान
चालाक आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए अपना नाम बदलकर एक और व्यक्ति के साथ दूसरी शादी कर ली। उसने कोटला मयूर विहार में रहते हुए अपनी सहायिका के साथ शादी की, ताकि पुलिस को उसकी पहचान न लगे।
पुलिस ने बताया कि इस आरोपी की पहली शादी 1980 में हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। उसे अदालत में पेश करके उसे जेल भेज दिया गया है।
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